| रत्तीभर पनि जीउने मन छैन ,मर्छु बरु म |
| अब छिट्टै स्वर्गको बसाई, सर्छु बरु म |
| संबिधान आई शान्ति छाउला आश मात्र भो |
| अझै यस्तै दुःख पिरैपिरको भारी, भर्छु बरु म |
| देश रोएको छ, नेपाली तन-मन रोएका छन् |
| हिंड्दा हिंड्दै मृत्यु सैयामा नै, पर्छु बरु म |
| देशले रगत मागे, ज्यान दिन तयार थिएं |
| कर नगर धूर्तहरु आफै सूली,चढ्छु बरु म |