| आंशु नझारी बिताएको कुनै त्यस्तो रातै छैन |
| बांच्दैछु एक्लोपनमा सुम्सुम्याउने ..हातै छैन |
| आशाको दियो पनी निभ्यायो पापी .... हुरिले |
| मरुभुमिमा तैनाथ'छू हरियो भन्ने पातै छैन |
| तुषारो मात्र छायो हजूर …...यो मेरो जीवनमा |
| अँध्यारोले पिरोलीराछ सुनौलो त्यों प्रभातै छैन |
| किन यती साह्रो कठोर .....हुंदैछ यो दुनिया |
| मिठो वचन दया माया भन्ने..त.. ...बातै छैन |