| भेट्ने मन नै छैन हो भेटौं भन्छिन सानी |
| मन भरिको तृश्र्ना मेटौं भन्छिन सानी |
| अपूरो होला तिम्रो सपना भन्छु सधैं म |
| साकार हुने सपना देखौं भन्छिन सानी |
| पहिला भन्दा अलीकती जिद्धि भा झैं लाग्छ |
| घामलाई नि हत्केलाले छेकौं भन्छिन सानी |
| तिमी मदन म मुना बनेर कलियुगको |
| अमर प्रेमको इतिहास लेखौं भन्छिन सानी |